*जिलाधिकारी ने 15 दिन में पुल को यातायात के लिए खोलने के दिये निर्देश
पौड़ी जिले के पैठाणी, थलीसैंण, भरसार, बीरोंखाल और धुमाकोट क्षेत्र जल्द ही जिला मुख्यालय से पूर्व की भांति सड़क यातायात से जुड़ जाएंगे। पौड़ी-धुमाकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर कलगड़ी में आपदा से क्षतिग्रस्त हुए पुल के स्थान पर लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग खंड धुमाकोट वैली ब्रिज का निर्माण कर रहा है, ताकि क्षेत्र में यातायात बहाल करने में अधिक समय न लगे। पुल निर्माण के लिए मौके पर सामग्री पहुंचने लगी है। विभाग के अनुसार, 15 दिन में पुल को यातायात के लिए खोलने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।
गौरतलब है कि विगत 06 अगस्त की सुबह भारी बारिश से पौड़ी -पाबौ-धुमाकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर पाबौ से करीब 10 किलोमीटर आगे कलगड़ी में वर्ष 1970 के दौर का मोटर पुल ध्वस्त हो गया था, जिससे जिला मुख्यालय का विकास खण्ड थलीसैंण, बीरोंखाल व धुमाकोट सहित कुमाऊं मंडल के रामनगर क्षेत्र से यातायात संपर्क कट गया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी को आपदाग्रस्त क्षेत्रों में सड़क, बिजली और पानी सहित अन्य सेवाएं तत्काल बहाल करने के निर्देश दिये हैं। आदेशों के क्रम में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशन में पीडब्लूडी राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड ने कलगढ़ी में नए पुल निर्माण के लिए तत्काल नाप-जोख शुरू की।
पीडब्लूडी के सहायक अभियंता प्रमोद नेगी ने बताया कि पुराना पुल सवा चार मीटर चौड़ा और 20 मीटर लम्बा था। उसके स्थान पर 45 मीटर लम्बे वेली ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। इस स्थान पर 25 मीटर सड़क भी बह गयी थी। इसलिए पुल का स्पान बढ़ गया। उन्होंने बताया कि 13 ट्रकों में पुल सामग्री लाई जा रही है। पुल का निर्माण तेजी से हो, इसलिए दोनों छोरों पौड़ी-पाबौ और कर्णप्रयाग-नौटी-पैठाणी रूट से सामग्री मंगवाई गयी है। उन्होंने बताया कि कल तक पूरी सामग्री पहुंचने की उम्मीद है।
जिलाधिकारी श्रीमती भदौरिया ने बताया कि पीडब्लूडी को सामान पहुँचते ही तत्काल पुल को जोड़ने के निर्देश दिये गये हैं।