उत्तराखण्ड सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष (राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त) भगवत प्रसाद मकवाना कोटद्वार पहुंचे। उनके द्वारा नगर निगम सभागार में नगर निगम अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और सफाई कर्मचारियों (पर्यावरण मित्रों) के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी। बैठक में सफाई कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं पर गंभीरता से चर्चा की गयी और कई मुद्दों का समाधान मौके पर ही किया गया।
पर्यावरण मित्रों की ओर से प्रमुख मांग रखी गयी कि उन्हें श्रम मानकों के अनुरूप साप्ताहिक अवकाश दिया जाय और कर्मचारी राज्य बीमा (ईएसआई) का लाभ भी सुनिश्चित किया जाय। साथ ही, प्रभारी पर्यावरण पर्यवेक्षक रणजीत सिंह की बहाली की मांग भी उठाई गयी। इसके अतिरिक्त, कौड़िया स्थित बीईएल चौक पर बाल्मिकी सामुदायिक भवन निर्माण की भी मांग की गयी।
राज्य मंत्री ने नगर आयुक्त को निर्देशित किया कि नगर निगम के विस्तार को देखते हुए सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाय, जिसके लिए बोर्ड में प्रस्ताव पारित कर शासन को भेजा जाय। साथ ही, सीवर लाइनों में कार्य करने वाले कर्मचारियों को सेफ्टी किट उपलब्ध कराने और उन्हें प्रशिक्षण देने की बात कही गयी। सभी पर्यावरण मित्रों को नमस्ते योजना से जोड़े जाने के निर्देश भी दिये गये।
राज्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मलिन बस्तियों को चिन्हित कर उन्हें विनियमितीकरण की योजना से जोड़ने का प्रयास किया जाय। बैठक में कुछ सफाई कर्मचारियों की मृत्यु के मामलों का भी उल्लेख किया गया, जिनके समाधान के प्रयास करने की बात कही गयी। उन्होंने सुपरवाइजरों की संख्या को 20 से बढ़ाकर अधिक करने के निर्देश भी दिये।
समाज कल्याण विभाग को निर्देशित किया गया कि बाल्मिकी और मलिन बस्तियों में नियमित रूप से कैंप लगाकर लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाय और उन्हें लाभांवित किया जाय।
इस अवसर पर नगर आयुक्त वैभव गुप्ता, सहायक समाज कल्याण अधिकारी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सीएस नेगी बेस हॉस्पिटल कोटद्वार सुनील भंडारी, चीफ फार्मासिस्ट, मुख्य सफाई निरीक्षक सुनील कुमार, गोवर्धन जोशी, कमल किशोर, आशाराम, सहित नगर निगम के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।