पशु सेवा की भावना को आगे बढ़ाते हुए दर्पण वेलफेयर सोसाइटी कोटद्वार ने दीपावली पर्व पर प्रसिद्ध समाजसेवी महिला सुषमा जखमोला द्वारा संचालित आकृति सेवा आश्रम कोटद्वार में प्रेरणादायक सेवा कार्यक्रम आयोजित किया। जहां संस्था की ओर से आश्रम में रह रही गौमाताओं के लिए हरी घास, चारा, गुड़ और ज्वार का आटा दान किया गया। इस दौरान संस्था की सचिव किरण जुयाल और अध्यक्ष त्रिलोक दत्त जुयाल ने बताया कि किसी भी पर्व पर दान और सेवा करने का अवसर मिले तो ये कार्य जरूर करना चाहिए। कहा कि, “गौसेवा हमारे भारतीय संस्कारों और संस्कृति की आत्मा है। गाय केवल पालनकर्ता नहीं, बल्कि हमारी जीवनदायिनी माता के समान है। संस्था का उद्देश्य समाज में पशु संरक्षण, सेवा और दया की भावना को सशक्त बनाना है। वहीं गौसेवक सुमन जखमोला ने कहा कि, “गाय हमारी संस्कृति की नींव और कृषि जीवन की आत्मा है। जब तक हम अपनी गौमाताओं की सेवा नहीं करेंगे, तब तक प्रकृति का संतुलन पूर्ण नहीं हो सकता। हमें यह समझना होगा कि गौसेवा केवल धार्मिक कार्य नहीं, बल्कि यह पर्यावरण, कृषि और मानवता तीनों के संरक्षण से जुड़ा हुआ एक यज्ञ है।”
कोटद्वार में दीपावली पर्व पर गौ सेवा का संदेश। दर्पण वेलफेयर सोसायटी की पहुंची आकृति सेवा आश्रम
