कोटद्वार में बंदरों के आतंक से परेशान स्थानीय लोगो ने आज नगर निगम कार्यालय पहुंचकर अपनी समस्याएं बताई। किशनपुरी, दुर्गापुरी और झंडीचौड़ से आई महिलाओं ने बताया की छेत्र में बंदरों के आतंक के कारण घर से निकलना मुश्किल हो गया है। बच्चो के स्कूल जाने से लेकर बाजार आने जाने में भी परेशानियां हो रही है। नगर आयुक्त को दिए गए ज्ञापन में महिलाओं ने बंदरों के अलावा सड़कों पर आवारा घूम रहे गौ वंश की समस्या से भी अवगत कराया। इस मामले में नगर आयुक्त वैभव गुप्ता ने बताया की हमारे द्वारा बंदरों को पकड़कर चिड़ियापुर रेंज में छोड़ने की कार्यवाही की गई थी लेकिन वन विभाग की NOC न मिलने के कारण निगम की गाड़ी वापस भेज दी गई। वही आवारा गौवंश के मामले में बताया की उन्हे हरिद्वार की एक संस्था के पास भेजा गया लेकिन उनके द्वारा केवल देसी गौवंश को लिया जा रहा है और हाइब्रिड गौवंश को नहीं लिया गया। जिनहे कोटद्वार की गौशालाओं में रखा गया है लेकिन कुछ स्थानीय लोग ही जानवरों को सड़को पर छोड़ रहे है जिस कारण इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, इस संबंध में लापरवाह पशुपालकों के चालान भी किए गए है लेकिन जन सहयोग न मिल पाने के कारण समस्या का पूरा निस्तारण नहीं हो पा रहा है।
कोटद्वार में बंदरों के आतंक से निजात दिलाने को लेकर नगर आयुक्त को सौंपा ज्ञापन, वन विभाग की NOC के कारण लटका मामला
