देहरादून, 13 अप्रैल 2025: उत्तराखंड मदरसा शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष, मुफ्ती शमून कासमी का आज मदरसा फैजुल उलूम, कावली, देहरादून में भव्य और गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। इस अवसर पर शहर के कई प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता, गणमान्य नागरिक और समुदाय के लोग उपस्थित रहे, जिन्होंने उनकी उपस्थिति को ऐतिहासिक और प्रेरणादायी बताया।
मुफ्ती शमून कासमी ने इस आत्मीय स्वागत के लिए सभी का हृदय से आभार व्यक्त किया। अपने संबोधन में उन्होंने वक्फ संशोधन अधिनियम पारित करने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति गहरी कृतज्ञता जताई। उन्होंने इस अधिनियम को वक्फ संपत्तियों के संरक्षण और पारदर्शी प्रबंधन के लिए एक क्रांतिकारी कदम बताया। साथ ही, उन्होंने कांग्रेस सरकार के 60 वर्षों के शासनकाल की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इस दौरान वक्फ संपत्तियों की बड़े पैमाने पर लूट हुई, जिससे मुस्लिम समुदाय को अपूरणीय क्षति हुई।
मुफ्ती कासमी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी की भी जमकर प्रशंसा की। उन्होंने राज्य में लागू समान नागरिक संहिता (UCC) को इस्लाम के खिलाफ न होने वाला एक प्रगतिशील कदम बताया और कहा कि यह सामाजिक समरसता को बढ़ावा देगा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने मुख्यमंत्री धामी जी की सरकार द्वारा अवैध मदरसों के खिलाफ कार्रवाई और उन्हें अनुशासित करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने स्पष्ट किया कि ये कदम मदरसा छात्रों के शोषण को रोकने और उनकी शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए हैं। साथ ही, उन्होंने जोर देकर कहा कि उत्तराखंड मदरसा शिक्षा बोर्ड के साथ विधिवत पंजीकृत मदरसों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जो नियमों का पालन कर रहे हैं। उपस्थित लोगों ने वक्फ संपत्तियों के संरक्षण, शिक्षा के उत्थान और सामाजिक एकता के लिए एकजुट होने का संकल्प दोहराया।