तहसील पौड़ी के अंतर्गत आने वाले बुरांसी गांव में अतिवृष्टि की दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई है, जिसमें दो महिलाओं की मलबे में दबने से मृत्यु हो गई। घटना की सूचना मिलते ही राजस्व विभाग की टीम ने त्वरित राहत एवं सहायता के लिए गांव तक पहुंचने का अभियान तीन दिशाओं – चौंरीखाल, पाबौ और थलीसैंण से आरंभ किया।
सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त होने एवं कई स्थानों पर भारी मलबा आने के बावजूद टीमों ने निरंतर प्रयास जारी रखे। विशेष रूप से थलीसैंण की ओर से निकली टीम को अत्यधिक मलबे के कारण वाहन छोड़कर पैदल ही जोखिम भरे रास्तों से गुजरना पड़ा। अंततः यह टीम शाम 5.30 बजे बुरांसी गांव पहुंची।
बुरांसी में टीम द्वारा जान माल की क्षति का जायजा लिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रात्रि में अतिवृष्टि से आये मलबे से आठ से 10 भवन क्षतिग्रस्त हुये हैं। एक घर में मलबा घर के पीछे की दीवार तोड़कर अन्दर घुस गया। जिससे घर के अन्दर सो रही दो सगी बहने मलबे में दब गयी। मृतक आशा देवी और विमला देवी साथ ही रहती थी। जिलाधिकारी की विशेष अनुमति से मौके पर मृतकों के पंचनामे की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है तथा पोस्टमार्टम की प्रक्रिया भी नियमानुसार की जा रही है।
राजस्व विभाग के प्राथमिक सर्वेक्षण के मुताबिक बुरांसी गांव निवासी अमर सिंह के 08 पशुओं की मृत्यु हुई है। जिसे 2 बैल, 2 गाय व 4 बकरी शामिल है। 08 में से 05 मृत पशुओं के शरीर बरामद कर लिया गया है। जबकि 01 गाय व 2 बकरी लापता है।
जिला प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करायी जा रही है। इससे लगे सैंजी गांव में भी भूस्खलन से प्रभावित लोगों को अन्यत्र शिफ्ट किया गया करने के साथ ही राहत सामग्री वितरित की गई।